किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥ करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम, शिव के हाथों में परिणाम एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥ अर्थ- हे गिरिजा पति हे, दीन हीन पर https://riveretpkg.ourabilitywiki.com/9516920/considerations_to_know_about_shiv_chalisa_lyricsl